पाक फ़ौजी हुक्मरान की इच्छा के ख़िलाफ़ अवाम ने दिया इमरान ख़ान को समर्थन
आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो गई है और अब वोटों की गिनती चल रही है। मुख्य मुकाबला जेल में बंद पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और तीन बार के प्रधान मंत्री पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) द्वारा समर्थित उम्मीदवारों के बीच होने की उम्मीद है। बता दें कि इमरान की पार्टी के चुनाव लड़ने पर रोक है, इसलिए उनके सारे उम्मीदवार निर्दलीय लड़ रहे हैं। नवाज शरीफ को सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन, इमरान खान की पार्टी ने सभी को हैरान कर दिया है। इमरान खान को जनता का भरपूर समर्थन मिलता दिख रहा है। ऐसा तब जब पाक के फ़ौजी हुक्मरान किसी भी क़ीमत पर इमरान को सत्ता में नहीं चाहते। वहाँ की अवाम ने इमरान को ही चुना। पर सबसे बड़ा सवाल है कि क्या फ़ौज इसे सहन करेगी? क्या मतगणना ख़त्म होते होते फ़ौज बाज़ी नहीं पलट देगी? जैसा कि पहले भी होता आया है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के बड़े नेता उमर अयूब खान ने दावा किया है कि गुरुवार को हुए आम चुनाव में उनकी पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। उन्होंने लिखा है, "पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार आगे हैं। मैं आपको इसके लिए बधाई देता हूं।"
पाकिस्तान चुनाव के शुरुआती रुझान बता रहे हैं कि तमाम कोशिशों के बाद भी इमरान खान को राजनीति से बाहर नहीं किया जा सका है। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार गुरुवार को महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत में तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी के उम्मीदवारों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं।
इमरान खान ने X पर कहा है, "लोगों की इच्छा को कमजोर करने के लिए अपनाए गए हर संभव तरीके के बावजूद, हमारे लोगों ने आज वोट के लिए #MassiveTurnout के माध्यम से अपनी बात रखी है। जैसा कि हमने बार-बार कहा है, "कोई भी ताकत उस विचार को नहीं हरा सकती जिसका समय आ गया है।"